मोटी की काली चूत में काला लंड

Moti ki Kali Chut me Kala Lund Antarvasna : दोस्तों हेल्लो मेरे साथ एक बहुत की खतरनाक चीज़ हुयी है जिंदगी में और वो खतरनाक चीज़ है चूत की बीमारी | मेरा नाम हिर्देश है और मेरी एक दोस्त है अर्पणा वो एक मस्त लड़की है बिंदास टाइप की | पर उसका रंग काला है इसलिए मैं उससे बात नहीं करता था |

Moti ki Kali Chut me Kala Lund Antarvasna

मेरा भी रंग साफ़ नहीं है पर मुझे गोरी लडकियां पसंद है क्यूंकि उनकी चूत चाटने में बहुत मज़ा आता है | दोस्तों एक बात कहना चाहता हूँ आपसे “आपकी माँ का भोसड़ा” जो यहाँ आ जाते हो बहनचोद कोई काम नहीं है बस लंड चूत करते रहते हो | जाओ कही और माँ चुदवाओ अपनी |

भाई लोग दिल पे मत लेना ज्यादा बुरा लगा हो तो गांड में लेना ज्यादा मज़ा आएगा | पर सच में मैंने यह सब अर्पणा पर अपनी भड़ास निकलने के लिए कहा था | साली मेरे लंड चूसते चूसते काट लेती थी | खैर अब उसका किस्सा ख़तम हो चुका है |

तो अब मैं अपनी कहानी आपको सुनाता हूँ जो की शुरू हुयी थी मेरे घर से | अर्पणा मेरी दूर की रिश्तेदार है और उसका मेरे घर आना जाना होता रहता है | मेरी मम्मी और उसकी मम्मी दोनों एक साथ पढ़ते थे और वो लोग काफी अच्छे दोस्त हैं आज भी |

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इसी चीज़ का फायदा अर्पणा को मिला क्यूंकि जिस कॉलेज में मैं जाता था उसने भी वहीँ पर दाखिला लिया हुआ था | वहां से मेरी कहानी आगे बढ़ी क्यूंकि उसकी कुछ लडकियां रैगिंग ले रही थी और मैं रिश्तेदार होने के नाते उसे बचाने चला गया | वो तो बच गयी पर मैं फस गया क्यूंकि इसी एक बात से उसको मुझसे प्यार हो गया और वो मेरे पीछे दीवानी सी हो गयी |

पहले तो मैंने सब कुछ ऐसे ही हलके में लिया पर जब एक दिन मैंने उसकी डायरी देखी तब मेरा दिमाग खराब हो गया |

उसमे लिखा उन्होंने मेरी हर जगह मदद की है और अब तो मैं उनके प्यार में पागल सी हो गयी हूँ | “आई लव यू हिर्देश” ये देख कर मेरा दिमाग ख़राब हुआ और मैं सीधे उससे मिलने चला गया | मैंने उससे कहा देखो अर्पणा ये सब गलत है में बस तुम्हे एक अच्छा दोस्त मानता हूँ और कुछ नहीं मेरा ख़याल अपने दिमाग से निकाल दो |

उसने कहा क्यूँ ऐसा क्या पाप किया है मैंने जो आप ऐसा बोल रहे हो मुझसे | मैंने कहा मुझे गोरी लडकियां पसंद है और तुम काली हो | वो रोने लगी और मेरा भी दिल पिघल गया क्यूंकि किसी के रंग से क्या फर्क पड़ता है बस उसका दिल अच्छा होना चाहिए |

पर फिर मैंने सोचा कि मेरा चूत चाटने का सपना तो बिलकुल अधूरा रह जाएगा | उसके बाद मैंने कॉलेज जाना कम कर दिया और जब वो और उसकी मम्मी घर आते तो मैं घर घर में नहीं होने का बहाना बना देता और मम्मी से कहता की बताना मत | यही करते करते काफी समय बीत गया और अब मुझे लगा की सब कुछ सामान्य हो गया होगा |

यही सोच मुझे बहुत महंगी पड़ गयी क्यूंकि अर्पणा का प्यार और भी गहरा हो चुका था और वो अब मोटी हो गयी थी | उसके दूध मस्त बड़े हो गये थे पर थी तो वो काली |

इसलिए मुझे लगा की यार अब क्या करूँ ? अब तो ऐसी हालत थी की अगर मैं उसके बारे में सोच भी लूँ तो डर लगने लगता था | फिर मेरा कॉलेज ख़तम हो गया और मैं आज़ाद हो गया और मुझे एक नौकरी भी मिल गयी थी पढ़ाने की तो मैं उसमे व्यस्त हो गया |

पर मुझे मालूम नहीं था कि अर्पणा मेरा पीछा वह भी नहीं छोड़ेगी | मेरे पहले दिन मुझे पता चला कि वो भी वहां पढ़ाती है और मेरा दिमाग एक बार फिर से ख़राब हो गया | अब मैंने सोचा कि क्यूँ न नौकरी छोड़ दी जाए पर फिर लगा की यार मुझे इतनी आसानी से नौकरी मिल गयी है तो इसको लात क्यों मारो |

यही सोचकर मैं रुक गया पर अर्पणा से कम बात करता था और उससे दूर दूर रहता था | पर आपको तो पता ही है की अगर कोई इंसान नज़रों के सामने रहता है तो उससे लगाव हो ही जाता है और मेरे साथ भी यही हो रहा था | धीरे धीरे मैं उसके साथ बात करने लगा था और उसकी तरफ आकर्षित हो रहा था | मैं भी हैरान था कि ये सब हो कैसे रहा है | तब मुझे समझ आया की ये सब उसके सच्चे प्यार का सर है और इसी की वजह से मैं उसकी तरफ जा रहा हूँ |

पर यह समझना बिलकुल भी मुस्किल नहीं था कि आगे होने क्या वाला है | मैंने भी सोच ही लिया था की जब इसी काली और मोटी चूत से ही काम चलाना पड़ेगा तो क्यों न मैं भी इससे प्यार कर ही लूँ | तब मैंने अर्पणा को अपने पास बुलाया और कहा की चाल यार तू जीती मैं हारा |

उसने भी झट से मुझे अपने गले लगा लिया और कहा की देखा आखिर आ ही गये न मेरे पास | मैंने कहा हाँ अब ज्यादा भाव मत खाओ और बताओ कि करना क्या है इसके बाद | उसने कहा अब क्या करना है बस इसके बाद हमे शादी करनी है और बच्चे पैदा करने है | मैंने कहा तुझे आता है बच्चे पैदा करना तो वो बोली माना कि कभी सेक्स नहीं किया पर बच्चे पैदा करना तो पता ही न |

मैंने उसे ऊपर से नीचे तक देखा और कहा अच्छा तो चल मुझे सिखा दे बच्चे कैसे पैदा करते है और वो एकदम से चौंक गयी | उसने कहा अभी यही पे बता दूँ क्या | तो मैंने कहा नहीं पागल है क्या यहाँ कैसे बताएगी | मैंने कहा कल तेरी और मेरी मम्मी दोनों बाहर जा रही हैं और मेरा घर खाली रहेगा | तो उसने कहा ठीक है पर बिना कंडोम के नहीं करना कुछ |

मैंने कहा यार पहले तू आ तो सही फिर देखते है जो करना होगा वो कर लेंगे | वो भी मुस्कुराई और वहां से चली गयी और मैं भी बच्चों को पढ़ाई करवाने लगा | फिर अगले दिन सुबह हुयी और मैं फ्रेश होकर सोफे पर लेटा था और मम्मी जा चुकी थी |

एकदम मेरे दरवाज़े पर दस्तक हुयी और मुझे पता चल गया की ये आ गयी है | अब मुझे भी लगने लगा था की आज कुछ न कुछ ज़रूर होगा | मैंने भी साड़ी तैयारी कर ली थी और कंडोम ले आया था |

वो आई और सीधा मेरे ऊपर लेट गयी | मैंने कहा मोटी इतनी भारी है तू उठ मेरे ऊपर से और उसने तुरंत अपना एक निप्पल मेरे मुह में दे दिया और कहा चुप बच्चे दूध पीते है फिर खेलना शुरू करते हैं | मैं भी मज़े में उसका दूध पी रहा था और धीरे धीरे उसके दोनों निप्पल मेरे मुह में थे |

उसने अपने सारे कपडे उतार दिए थे और में उसके दूध जो अब काफी बड़े हो चुके थे उन्हें दबा रहा था | अब तो मेरा लंड भी तन के खड़ा हो गया था और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था | मुझे पता चल गया था की बदन गोरा हो या काल मज़ा चुदाई में होता है |

मैंने उठ कर अपने सारे कपडे उतारे और अपना लंड सीधा उसके हाथ में दे दिया पर उसने नहीं चूसा | बोली की अभी नहीं पहले तुम मेरी चूत को चाटो फिर मैं करुँगी | मुझे लगा यार इसकी चूत पे बाल होंगे और काली भी होगी तो केसे करूँगा |

मन मारते हुए मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाली और चाटने लगा पर जेसे ही उसकी चूत की महक मेरी नाक में गयी मैंने क्या चूत चाटी उसकी | वो सिस्कारियां लेने लगी थी | उफ्फफ्फ्फ़ आआआअह आअह्ह्ह्ह उम्म्म्मम्म्म्मम्म पीलो मेरी चूत का पानी खा जाओ इसको |

ऐसा करते करते में भी झड़ने वाला था क्यूंकि हम दोनों बहुत गरम हो गये थे |

अब वो मेरा लंड चूसने लगी थी और मेरे सुपाडे पर अपनी जीभ से चाट रही थी | मुझे ठंडा लग रहा था और एक अजीब सा मज़ा भी आ रहा था |

उसने दस मिनट तक मेरे लंड को चूसा और सारा माल अपने दूध पर गिरा लिया | मैंने कहा चलो यार अब तुम्हरी चूत में अपना लंड डालता हूँ तो बोली हाँ जल्दी करो | मैं उठा और एक धक्का मारा कस के उसकी में और मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ते हुए अन्दर तक चला गया |

आआआअह आअह्ह्ह्ह आआआअह आअह्ह्ह्ह ऐसे चोदोगे मुझे | मैंने कहा चुप और जोर जोर से पेलने लगा उसे | ऊऊउम्म्म्म ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ और कर फाड़ दे आज तो | ये कहके वो उठी और बोली अब मेरी गांड के छेद को फाड़ दो और मैंने भी तुरंत एक झटके में उसकी गांड के अन्दर लंड पेला और अन्दर बाहर करने लगा | वो पूरा दिन और पूरी रात मुझसे चुद्वाती रही जब तक मम्मी नहीं आ गयी |

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