बहनों की अदला बदली और ग्रुप सेक्स- 2

ब्रदर सिस्टर स्वैप पोर्न स्टोरी दो भाइयों और उनकी दो बहनों कि अदल बदल कर चुदाई करने की है. चारों होटल के कमरे में मिले और ग्रुप सेक्स का मजा लिया.

हैलो फ्रेंड्स, मैं निखिल इस ब्रदर सिस्टर स्वैप पोर्न कहानी के पहले भाग
मेरे दोस्त ने अपनी बहन को चोद दिया
में आपको अपने एक प्रशंसक की बहन सुरीली की चुत में उंगली डालकर मजा ले रहा था.

अब आगे ब्रदर सिस्टर स्वैप पोर्न स्टोरी:

मैं लगातार सुरीली की चूत और चुच्चों पर चांटे मार रहा था. इन चांटों से उसके चुच्चे और चूत बिल्कुल लाल हो गए थे. ऐसा लग रहा था जैसे अभी खून निकल जाएगा.

सुरीली बिल्कुल मदहोश हो चुकी थी. उसको किसी दर्द का अहसास नहीं हो रहा था. वो किसी और ही जन्नत में पहुंच चुकी थी.

दूसरी ओर मैंने देखा कि सुनील ने भी युविका दीदी की चूत में 3 उंगलियां डाल रखी थीं और साथ में दीदी के स्तनों को चूस रहा था.
मेरी दीदी के स्तनों में अभी भी दूध आता था.

उसके हाथों की रफ़्तार दीदी की चूत को अलग ही मज़ा दे रही थी. उसका काला मोटा लौड़ा दीदी की टांगों का स्पर्श ले रहा था. वो दीदी की दोनों टांगों के बीच की गुफ़ा में जाने को बेकरार था.

इस तरफ मैंने सुरीली को नीचे ज़मीन पर ही लिटा दिया और उसकी चूत को अपने मुँह में भर दिया.

मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दी और अन्दर बाहर फेरने लगा.
उसने मेरा सर ज़ोर से पकड़ लिया और मेरे बालों को ज़ोर से खींचने लगी. उसने अपनी टांगों को जोड़ कर उसमें मेरे सिर को दबा दिया.
इससे पता चल रहा था कि वो पूरा मज़ा ले रही थी.

बीच बीच में मैं उसकी चूत पर दांतों से काट देता.

दूसरी तरफ सुनील भी ऐसा ही कर रहा थे. हम दोनों की बहनें बिल्कुल चुदाई के नशे में पूरी तरह से डूबी लग रही थीं.

अब तक मेरी बहन 1 बार और सुरीली 2 बार झड़ चुकी थीं.
पर अभी तो ये सिर्फ शुरुआत ही थी. असली खेल तो अभी बाकी था.

मैं सुरीली के चुच्चों को लगातार मरोड़ रहा था और उन पर चांटे मार रहा था.

इसके बाद मैंने सुरीली को उठा कर बिस्तर पर पटक दिया और उसके मुँह से अपनी चड्डी निकाल दी.

मैंने सुनील को कहा कि हम दोनों पहले युविका को चोदेंगे और बाद में उसकी बहन को.
वो राज़ी हो गया.

सुरीली को हमने साइड में बैठ कर थोड़ा देख कर ही मजा लेने को कहा.
वो अपनी चूत और चुच्चों को पकड़ कर बैठ गयी. मैंने उनकी बुरी हालत कर दी थी, जिससे उसको दर्द हो रहा था.

मैंने युविका दीदी को बिस्तर के बीच में आराम से लेटने को कहा.
दीदी लेट गईं.

फिर मैंने सुनील से कहा- पहले तुम दीदी को चोद लो.
वो ये सुनकर खुश हो गया. वो दीदी के ऊपर चढ़ गया और लंड चुत से रगड़ने लगा.

मैंने सुनील से कहा- पहले तुम अपने लंड के टोपे को दीदी की चूत की फांकों में फंसा कर आराम आराम से घिसो.
उसने ये काम बहुत अच्छे से किया.

थोड़ी देर में वो दोनों बहुत उत्तेजित हो गए.
तब सुनील से रहा नहीं गया और उसने एक ज़ोर का झटका मार दिया. जिससे उसका आधे से ज्यादा लंड दीदी की चूत में चला गया.

इससे दीदी को बहुत दर्द हुआ और दीदी की ज़ोर की चीख निकल गयी.
दीदी ने सुनील के बाज़ू ज़ोर से पकड़ लिए और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगीं.

मैंने दीदी के मुँह में अपना लंड दे दिया और गले तक डाल दिया ताकि दीदी की चीखें बन्द हो जाएं.

अब उसने दूसरा झटका भी जोर का मारा और उसका पूरा लौड़ा दीदी की चूत में समा गया.
उसके बाद सुनील ने ज़ोर-ज़ोर से अपना लौड़ा मेरी दीदी की चूत में देना शुरू कर दिया.

चुदाई की बहुत ज़ोर से पट-पट की आवाज़ें आने लगीं.

दीदी इसका पूरा मज़ा ले रही थीं. दीदी की कमर अपने आप को ऊपर को उठने लगी और वो भी नीचे से धक्का मारने लगीं जिससे सुनील का लौड़ा अन्दर तक मार करे.

अब दीदी को मज़ा आने लग गया था तो मैंने उनके मुँह से अपना लंड निकाल दिया.

अब मैंने सुनील को दूसरी तरफ लेटने को कहा.

मैंने दीदी को थोड़ा उल्टा कर दिया, जिससे दीदी की गांड मेरी तरफ हो गई थी. इस पोजीशन में मेरी दीदी की चूत सुनील की तरफ थी. उनकी चुत में सुनील का लंड चल रहा था.

मैंने दीदी की एक टांग उठाई और उनकी गांड के छेद पर अपना लंड रख दिया.
दीदी बहुत बार झड़ चुकी थीं, जिसकी वजह से दीदी की गांड में भी उनका पानी चला गया था.

मुझे उनकी चिकनी गांड में लौड़ा डालने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई. दूसरी तरफ से सुनील ने दीदी की चूत में अपना लौड़ा डाल रखा था.

हम दोनों दीदी की चूत और गांड एक ही समय पर चोद रहे थे. दीदी को इससे बहुत दर्द हो रहा था, पर साथ ही मज़ा भी बहुत आ रहा था. ये उनकी पहली सैंडविच चुदाई हो रही थी.

बहुत देर तक चुत चोदने के बाद हम दोनों साथ में ही दीदी की चूत और गांड में झड़ गए.
कुछ देर हम सब ऐसे ही लेटे रहे.

थोड़ी देर बाद मैंने देखा, तो सुरीली अभी भी अपने चुच्चों को पकड़ कर उनके दर्द को कम करने की कोशिश कर रही थी.

मैंने उसको बाज़ू से पकड़ा और उसको मेरा लौड़ा चूसने को कहा.
वो मेरा लंड चूसने लगी.

मैं अब भी उसके स्तनों को चांटे मार रहा था और चुच्चियों को मसल रहा था. उसे बहुत दर्द तो हो रहा था, पर मजा भी आ रहा था.

आखिर वो अपने स्तनों को सबसे बड़ा बनाना चाहती थी तो मैं इसमें उसकी मदद कर रहा था.

थोड़ी देर तक उसने मेरा लौड़ा चूसा तो मैं फिर से उत्तेजित हो गया था. मैंने उसको उठाया और उसको मेरे लंड पर बैठने को कहा.
पहले उसने ऐसा ही किया. वो आराम आराम से मेरे लंड पर बैठने लगी पर मेरा लौड़ा इस तरह से अन्दर जा ही नहीं रहा था.

सुनील हमारी मदद करने आया.
उसने मेरा लौड़ा पकड़ कर अपनी बहन की चूत के छेद पर रखा और उसको नीचे की ओर धक्का मारने लगा.

सुरीली मोटे लंड के कारण बार बार दर्द की वजह से तड़फ रही थी और बार-बार ऊपर उठे जा रही थी.
सुनील ने अभी उसको ऐसे नहीं चोदा था.

मैंने सोचा कि ऐसे दर्द होता रहा तो कुछ भी नहीं हो सकेगा.

मैंने सुरीली से कहा कि तुम बस एक जगह बनी रहो, बाकी का काम मैं खुद कर लूंगा.
फिर मैंने सुनील से कहा कि अपनी बहन को ज़ोर से पकड़ो और उसका मुँह बन्द कर दो.

उसने ऐसा ही किया.

अब मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रखा और ज़ोर का झटका मार दिया. मेरा थोड़ा सा लंड चुत के अन्दर कर घुस गया.

सुरीली ने दर्द के मारे ऊपर उठने की कोशिश की, पर सुनील ने उसे नीचे की ओर धक्का मार दिया. इससे मेरा आधा लौड़ा चुत के अन्दर चला गया और सुरीली की कराह निकल गई.

मैंने वैसे ही एक और झटका मारा, जिससे मेरा पूरा लौड़ा सुरीली की चूत में चला गया.

अब सुरीली बहुत छटपटा रही थी पर सुनील ने कुछ देर तक उसको नीचे दबाये रखा.
सुरीली को इतना दर्द हो रहा था कि वो रोने लगी.

मैंने कुछ देर उसको वैसे ही रहने को कहा. उसकी टाइट चूत ने मेरे लौड़े को अन्दर से कसके जकड़ रखा था. उसकी चूत की गर्मी को मैं महसूस कर सकता था.

थोड़ी देर बाद सुरीली चुप हो गयी. अब उसका दर्द कम हो गया था.
सुरीली का दर्द मजे में बदलते ही मैंने सुनील को हटने को कह दिया.

मैंने सुरीली को धीरे-धीरे ऊपर-नीचे होने को कहा. वो बिल्कुल आराम से ऐसा ही करने लगी. उसको अभी भी बहुत दर्द हो रहा था, पर कुछ देर तक ऐसा करते हुए उसका दर्द मज़े में बदलने लगा.

सुरीली के धीरे धीरे से ऊपर-नीचे होने से उसने मेरी सहनशक्ति भी तोड़ दी.
मैंने उससे कहा- तुम ऐसे ही थोड़ा ऊपर जैसे बैठी रहो. मैं नीचे से धक्के मारता हूँ.

सुरीली ने हामी में सर हिला दिया. वो अपनी टांगों के बल पर हवा में बैठी सी हो गयी. मैंने उसके हाथ पकड़ लिए ताकि वो उठ न जाए.

पर इससे पहले मैंने दीदी से कह कर सुरीली के मुँह में अपनी चड्डी डालने को कहा और बाहर से उसकी फ़टी हुयी सलवार से उसका मुँह बंधवा दिया ताकि वो चीख न सके.

मैंने अपने लौड़े को ऊपर-नीचे करना चालू किया और थोड़ी देर बाद स्पीड बढ़ा दी. कुछ पलों के बाद मैं पूरे ज़ोर से धक्के मारने लगा और मेरा पूरा का पूरा लौड़ा सुरीली की चूत में जाने लगा.

इससे सुरीली को बहुत दर्द हो रहा था और वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.
पर मैंने उसके पकड़ रखा था. मेरे लंड की तेज गति से सुरीली को इतना दर्द होने लगा कि वो लंड से उठ गई और साइड में अपनी चूत पकड़ कर लेट गयी.

उसे यूं मैदान छोड़ कर हटते देख कर मुझे ताव आ गया और मैं भी उठ गया.

इस वक्त मैंने सुरीली को अपनी गोद में उठा लिया. अब मेरा वो सपना पूरा होने वाला था, जो मैं बहुत समय से देख रहा था.

मैंने सुरीली को गोद में उठाया और उसकी चूत में अपना लौड़ा डाल दिया.
फिर सुरीली को उसके चुतड़ों से पकड़ कर अपने लौड़े पर पटकने लगा.

सुरीली दर्द के मारे रो रही थी. वो मुझसे छूटना चाहती थी पर मैं पूरा ज़ोर लगा कर सुरीली को चोद रहा था.

दूसरी तरफ सुनील को अपनी बहन की कोई चिंता नहीं थी.
वो मेरी दीदी में मगन था. अब वो मेरी दीदी को घोड़ी बना कर चोद रहा था.

सारे कमरे में हमारी चुदाई की अलग-अलग आवाजें ही गूँज रही थीं.

थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि सुरीली की छटपटाहट काफी कम हो गयी थी और वो भी चुदाई के लिए अपना पूरा ज़ोर लगा रही है.
सुरीली भी अब लंड के मज़े लेने लगी थी.

बहुत देर तक चुदाई करने के बाद मैं सुरीली की चूत में झड़ गया.
मैंने उसको बिस्तर पर लिटा दिया और खुद उसके ऊपर लेट गया.

कुछ देर बाद मैंने देखा कि सुरीली की चूत से खून निकल आया था. पर उसे इस बात का पता नहीं था.
मैंने उसके फ़टे कपड़ों से उसकी चूत और अपना लंड भी साफ़ कर दिया.

उधर सुनील और मेरी बहन अभी भी चुदाई में मगन थे. सुनील अब तक 3 बार दीदी की चूत भर चुका था.

मेरी दीदी ने सुनील से सुरीली की गांड मारने के लिए कहा तो सुनील ने कहा- अभी तक मैंने अपनी बहन सुरीली की गांड नहीं मारी है.

मैं ये सुनकर ख़ुश हो गया कि आज तो सीलपैक गांड मिलेगी.

जब दीदी की बात पर सुनील ने कहा कि उसने अभी तक अपनी बहन की गांड नहीं मारी है, तो दीदी ने सुनील से कहा- ठीक है अब तुम मेरी गांड मारो और मेरे भाई से अपनी बहन की गांड की सील खुलवा लो.

सुनील ने हामी भर दी और मेरी दीदी की गांड को खोलकर अपना लौड़ा आराम से अन्दर डाल दिया.

दीदी की गांड तो कई बार चुद चुकी थी इसलिए उसका लौड़ा आसानी से अन्दर चला गया.
सुनील मेरी बहन की गांड प्रेम से चोदने लगा.

इधर मैं फिर से गर्म हो गया. मैंने सुरीली को घोड़ी बनाया.
मैंने उसके चूतड़ खोल कर देखे, तो एक बहुत छोटा सा छेद था. जिससे पता चल गया कि वो अभी तक उसकी गांड कुंवारी है.

मैंने उससे कहा कि मैं तुम्हारी गांड चोदने वाला हूँ.
उसने सिर हिला कर हां कर दी क्योंकि उसका मुँह अभी भी सलवार से बंद ही था.

मैंने कमरे में रखी टेबल की दराज को खोल कर देखा तो उधर तेल क्रीम आदि सब सामान मौजूद था.
मैं तेल लेकर आ गया.

सुनील की बहन सुरीली को मैंने औंधा लेट कर गांड उठा कर लेटने को कहा.
वो वैसी ही हो गई.

मैंने तेल की शीशी का मुँह उसकी गांड में लगा कर तेल अन्दर भर दिया. थोड़ा सा तेल मैंने अपनी उंगलियों पर भी लगा लिया.

तब मैंने अपनी एक उंगली आराम-आराम से सुरीली की गांड में डालना शुरू कर दी.
एक उंगली पूरी अन्दर चली गयी और अब मैंने दूसरी उंगली भी डाल दी.

ऐसे करते करते मैंने 3 उंगलियां गांड के अन्दर डाल दीं, तेल की चिकनाहट की वजह से सुरीली को मजा आ रहा था.
मैंने अन्दर उंगलियों को खोलना शुरू कर दिया, जिससे छेद खुल जाए और बड़ा हो जाए.

उसके बाद मैंने तेल को अपने लंड के ऊपर अच्छे से लगाया और तेल की बोतल का आगे का सिरा सुरीली की गांड में डाल दिया.
बहुत सारा तेल उसकी गांड के अन्दर चला गया.

अब मैंने बोतल बाहर निकाल दी. उसकी गांड में से तेल भी बाहर आने लगा.

तभी मैंने अपना लौड़ा उसकी गांड के ऊपर रखा और धीरे-धीरे अन्दर की ओर धक्का मारने लगा.
तेल की वजह से एक ही बार में मेरा पूरा लौड़ा अन्दर चला गया. वो एकदम से कराह उठी मगर मुँह बंद होने से आवाज धीमी ही निकली.

मैंने कुछ देर लंड को गांड के अन्दर ऐसे ही रखा और बाद में धीरे-धीरे अन्दर बाहर करने लगा.

थोड़ी देर बाद मैंने सुनील की बहन सुरीली की गांड मारने की रफ़्तार बढ़ा दी और तेल की वजह से फच-फच की आवाज़ आने लगी.

उसको बहुत दर्द हो रहा था, पर वो मजे भी ले रही थी. उसने बिस्तर के आगे का हिस्सा बहुत ज़ोर से पकड़ रखा था.
मैंने लगातार धक्के तेज़ कर दिए और 20 मिनट तक गांड मारने के बाद मैं उसकी गांड में ही झड़ गया.

दूसरी तरफ सुनील और दीदी अभी भी चुदाई के मजे ले रहे थे.

उस दिन शाम 5 बजे तक हमने एक-दूसरे की बहनों को कई बार चोद दिया था.

मैंने सुरीली के कपड़े फाड़ दिए थे तो उसे नए कपड़े दिलाने थे.
मैं उठा और नहा कर सुरीली के लिए कपड़े लेने निकल गया.
पीछे से सुनील ने और एक घण्टे तक दोनों बहनों को खूब चोदा.

मैंने सुरीली के लिए जाली वाली ब्रा-पैंटी के दो जोड़े ले लिए, जिसके आर पार सब कुछ दिख जाता था.
दो ऐसी जोड़ियां लीं जिसकी ब्रा, स्तनों की घुंडियों की ही ढकती थीं.
उसकी पैंटी भी नाममात्र की थी. ये पैंटी के नाम पर सिर्फ एक पतली सी रस्सी की तरह थी. जिसको पहनने से वो रस्सी सुरीली चूत और गांड के अन्दर ही रहने वाली थी.

मैंने उसके लिए एक पैंट और एक टॉप लिया और वापिस आ गया.

वापिस आया तो देखा कि सुनील की बहन सुरीली बेड पर सोई थी और वो अभी भी मेरी बहन को चोद रहा था.

मैंने सुरीली को उठाया और उसको बाथरूम में नहाने ले गया. उसकी चूत और चुच्चे नीले पड़ गए थे.

उतने में सुनील भी दीदी को बाथरूम में ले आया और हमने एक बार फिर एक-दूसरे की बहनों को वहां चोदा.

थोड़ी देर बाद सुनील ने मेरी बहन को नाइटी पहना दी और मैंने सुरीली को वो रस्सी वाली ब्रा-पैंटी पहनाई. उसके लिए जो कपड़े लाया था, वो भी उसे पहना दिए.

उसके बाद रात को 8 बजे वो दोनों होटल से निकल गए.

सुरीली की हालत बहुत खराब हो गयी थी. उससे चला भी नहीं जा रहा था, पर कैसे भी करके वो घर पहुंच गए.

दीदी भी अपने रूम में चली गईं. मुझे मेरे कमरे में फैला कचरा साफ़ करना पड़ा.

अगले दिन मैं भी दीदी को किस करके घर निकल गया. उस दिन मेरी सुनील और सुरीली से बात हुई, तो उन्होंने बताया कि उन लोगों ने उसी रात को फिर से चुदाई की थी. सुरीली की हालत अभी भी खराब थी.

सुरीली ने मुझे बताया कि भले ही उसकी हालत खराब हो गयी थी. मगर उसको इतना मजा कभी नहीं आया और न ही कभी आएगा.

सुनील ने मुझे वीडियो कॉल करके सुरीली को दिखाया.
अभी भी उसके बदन में बहुत दर्द हो रहा था.

सुनील घर में उसे मेरी दी हुई ब्रा-पैंटी ही पहनाता है और सुरीली के दर्द में होने के बावजूद भी उसे वो रोज़ चोदता है.

वीडियो कॉल में ही वो मुझे उसकी चुदाई दिखाता है.

वो उसके स्तनों से इतना खेलता है कि मुझे तो डर है कि कुछ समय बाद उसके स्तन इतने बड़े हो जाएंगे कि सुरीली को उसके साइज की ब्रा भी नहीं मिलेगी.

तो दोस्तो, ये थी मेरी और मेरी कहानियों के प्रशंसक की बहन की चुदाई की कहानी. प्लीज़ कमेंट करके ज़रूर बताइएगा कि आपको ब्रदर सिस्टर स्वैप पोर्न स्टोरी कैसी लगी.
धन्यवाद.
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